कविता संग्रह

Sunday, August 4, 2019

-: शिवनमस्कारस्तोत्र :-

जय जयति शंभु शिव महादेव ,
शुलपाणये नमो नम: ।
ऊँ शङ्कराय जटाधराय,
गिरिप्रियाय नमो नमः ।।१।।

ऊँ गङ्गाधारी त्रिशूलधारी ,
भुजंगधारी नमो नमः।
जय पापविनाशी, सर्ववाशी
काशीवाशी नमो नमः ।।२।।

जय परमेश्वरं जय महेश्वरं,
जय सुरेश्वरं नमो नमः ।
जय पार्वतीपतिं विभूतिभूषणं,
वृषभारूढ़ं नमो नमः ।।३।।


जय शान्ताकारं शिखरिशयनं ,
दुःखदारिद्रहरणं नमो नमः।
गौरीकान्तं नीलकण्ठं,
भवभयहरणं नमो नमः।।४।।

जय ललाटाक्षाय कालकालाय,
विरुपाक्षाय नमो नमः ।
शिपिविष्टाय शितिकण्ठाय,
रूपरूद्राये नमो नमः ।।५।।

जय वेदकराय मण्त्रकराय,
उपकराये नमो नमः।
जय वामदेवाय वामनाय,
उग्रतेजाय नमो नमः।।६।।

जय नृत्यप्रियाय नित्यनर्ताय
महानृताय नमो नमः।
जय दिगंम्बराय न काराय,
ऊँ शिवाय नमो नमः।।७।।

ऊँ महारूपाय युगरूपाय,
अनंतरूपाय नमो नमः ।
ऊँ महाहर्षाय जितकामाय ,
जितेन्द्रियाय नमो नमः ।।८।।

ऊँ नमः शिवाय नमःशिवाय नमः शिवाय नमो नमः
          । इति शिवनमस्कारस्तोत्रं सम्पूर्णं ।
                                             © गोपाल पाठक:
                                                    भदसेरी



                               

No comments:

Post a Comment

अगलगी से बचाव

  आ रही है गर्मी  लू तपीस होत  बेजोड़ जी । आग के ये यार है बचाव से करो गठजोड़ जी ।। जब भी आग लग जाए तो करें नहीं हम भागम भाग। "रूको लेट...