कविता संग्रह

Sunday, August 4, 2019

-: आज शुभ सोमवार :-

आज शुभ सोमवार
नागपंचमी त्योहार
हरियाली अपार
श्रावण का श्रृंगार
ये चार संयोग एकादबार ।


तो दिल से लें बाबा के नाम दो-चार बार
मिलेगी शांति सुकून जोश हर बार
और मौका मिले तो लें आठ-दश बार
फिर देखना चमत्कार
इसके बाद और है समय तो लें नाम एक सौ आठ बार
लगेगा शिव जी आ गये द्वार
घर बैठे ही मिलेगा हरिद्वार
माया मोह लोभ पाप से होगा दरार
दुःख दरिद्र  से होंगे कई योजन पार
सुख समृद्धि वैभव का रहेगा भरमार
आज शुभ सोमवार
नागपंचमी त्योहार
हरियाली अपार
श्रावण का श्रृंगार
ये चार संयोग एकादबार ।

भागम भाग की इस दुनिया में थोड़ा समय निकाल
मिलता नहीं ऐसा मौका हर साल
नाम बोलने से क्यों रहते हो कंगाल
भगवान यह नहीं कहते कि आओ लेकर पूजा के थाल
जिसमे सजा रहे दीप चंदन पान फूल माल
ईश्वर तो भाव के भूखे हैं बस! यदि अनुराग जगे तो
बजाओ दो कर से दो-चार-दश ताल
और मुख से जय महाकाल ! जय महाकाल!
आडंबर नहीं और नहीं किसी लाभ का फैला रहा हूँ जाल
सनमार्ग भक्ति के लिए समझो बना हूँ दलाल
कहे शिव दास " गोपाल "
आज शुभ सोमवार
नागपंचमी त्योहार
हरियाली अपार
श्रावण का श्रृंगार
ये चार संयोग एकादबार ।

                                   © गोपाल पाठक
                                           भदसेरी






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