कविता संग्रह

Saturday, January 25, 2020

नमन

ज्ञान सन्मार्ग देत अज्ञान तम मिटाये देत ,
दिव्य ज्ञान पूँज गुरू चरण को नमन है |
राम कृष्ण बुद्ध नानक ईसा अल्ला महावीर ,
वीर बलमान हनुमान को नमन है |

मंदिर मस्जिद गुरूद्वारा गिरिजा घर ,
आश्रम कुटिया मठ को नमन है |
ऋषि वशिष्ठ व्यास गौतम अगस्त शुक ,
श्रृंग शांदिप्य विश्वामित्र को नमन है |

सरस्वती माता को प्रणाम सीता माता को प्रणाम मुझे ,
सती अनुसूयिया सावित्री को प्रणाम है |
माता को प्रणाम मुझे पिता को प्रणाम मुझे ,
बन्धु बान्धव सखा स्नेह को प्रणाम है |

झरना सरोवर नदी पर्वत पठार वन ,
धर्मनिरपेक्ष इस पंथ को नमन है |
वीर बलीदानी शहीद भगत आजाद बोस ,
लाल वाल पाल की कुर्बानी को नमन है |

घोड़ा के दे चाबूक जब धूल भरे आँधी उड़े  ,
झाँसी बाली रानी लक्ष्मी बाई को नमन है |
शांति के दूत सावरमती वाले
संत और लौह वीर पुरूष सरदार को नमन है |

वाल्मिकी तुलसी सुर मीरा जायसी ,
कबीर रैदास कालीदास को नमन है |
विद्यापति बिहारी जयशंकर निराला पंत ,
कलम सिपाही प्रेमचंद को नमन है |

गरमी के लू ताप ठंडी भरी ठीठुरन ,
खड़े सीना तान वीर जवान को नमन है |
अपना सब सुख त्याग लगे रहे दिन रात ,
भोजन खवैया शान किसान को नमन है |
              *****
           जय हिन्द   !!
            जय भारत  !!
                   © गोपाल पाठक
                           भदसेरी

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